प्रिय भक्तों
बाबा समीरानन्द का शुभाषीश!
बहुत हर्ष का विषय है कि आज श्री श्री १००८ बाबा समीरानन्द जी के शिष्य बाबा स्वामी रामकृष्णानन्द महाराज जी को बाबा समीरानन्द आश्रम का प्रबंधक-आश्रम व्यवस्था घोषित किया जाता है. बाबा स्वामी रामकृष्णानन्द महाराज जी को कमरा आरक्षण का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा जा रहा है.
बाबा स्वामी रामकृष्णानन्द महाराज जी अपने ज्ञान, लगन, प्रबंधकीय अनुभव और आस्था के आधार पर इस महत्वपूर्ण पद को प्राप्त हुए हैं.
श्री श्री १००८ बाबा समीरानन्द जी का उन्हें विशिष्ट स्नेह प्राप्त है.
बाबा स्वामी रामकृष्णानन्द महाराज जी अति अनुभवी एवं ज्ञानी हैं. उनका अध्ययन एवं प्रबंधकीय अनुभव सभी को लाभांवित करेगा, ऐसा श्री श्री १००८ बाबा समीरानन्द जी का विश्वास है.
आप सब उनका स्नेह एवं आशीष प्राप्त करें.

-जय श्री श्री १००८ बाबा समीरानन्द जी की-
-जय बाबा श्री ताऊआनंद महाराज की-
-जय बाबा स्वामी ललितानंद महाराज जी की-
-जय मां अदा चैतन्य कीर्ति महाराज साहिबा जी की-
-जय बाबा स्वामी महफूज़ानंद महाराज जी की-
-जय बाबा स्वामी रामकृष्णानन्द महाराज जी की-
-आश्रम मेनेजमेन्ट
जय हो महाराज रामकृष्णानंद की।
ReplyDeleteजय श्री श्री १००८ बाबा समीरानन्द जी की
ReplyDeleteजय बाबा श्री ताऊआनंद महाराज की
जय बाबा स्वामी ललितानंद महाराज जी की
जय मां अदा चैतन्य कीर्ति महाराज साहिबा जी की
जय बाबा स्वामी महफूज़ानंद महाराज जी की
जय बाबा स्वामी रामकृष्णानन्द महाराज जी की
बोलो सब संतन कि जय
स्वागत है महाराज रामकृष्णानंद जी का आश्रम में.
ReplyDeletejai ho maharaaj ki!
ReplyDeleteअब तो कमरे का भी आरक्षण शुरू हो गया
ReplyDeleteजय हो
जय हो महाराज रामकृष्णानंद जी की. बाबा जरा कुंभ ने स्नान करने आना है. कमरे की बुकिंग कब की मिलेगी? सुना अभी आश्रम के कमरे हाऊस फ़ुल हो रहे हैं.
ReplyDeleteरामराम.
Jai Ho...
ReplyDeleteस्वागत है महाराज रामकृष्णानंद जी
ReplyDeleteमहाराज का जयकारा।
ReplyDelete-जय श्री श्री १००८ बाबा समीरानन्द जी की-
ReplyDelete-जय बाबा श्री ताऊआनंद महाराज की-
-जय बाबा स्वामी ललितानंद महाराज जी की-
-जय मां अदा चैतन्य कीर्ति महाराज साहिबा जी की-
-जय बाबा स्वामी महफूज़ानंद महाराज जी की-
-जय बाबा स्वामी रामकृष्णानन्द महाराज जी की-
बाबा...समीरानंद जी.... परनाम....पांय लागीं .... हम आ गया हूँ.... चला गया था हम जरा नखलऊ से बाहर.... हम आपिस आ गया हूँ.... हमको आसीरवाद दीजिये....
ReplyDeleteधर्मावतार! मुझे पक्का पता था आप आयेंगे! आखिर गीता का कहा झूठ तो नहीं होता ना- यदा-यदा हि धर्मस्य.................
ReplyDeleteइसी तरह धरा-धाम को कृतार्थ करते रहें!