tag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post1006438457741728398..comments2023-06-16T17:19:03.456+05:30Comments on श्री श्री १००८ बाबा समीरानन्द जी: ’ मौज लेने वालों के सर्वनाश का इतिहास: संभल जाओ’श्री श्री १००८ बाबा समीरानन्द जीhttp://www.blogger.com/profile/03214236425232655273noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-75938929061722258372010-05-05T15:43:26.900+05:302010-05-05T15:43:26.900+05:30दर्शन हो गए... प्रवचन सुन कर बहुत लाभ हुआ.दर्शन हो गए... प्रवचन सुन कर बहुत लाभ हुआ.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-45289459232504732042010-01-20T08:25:16.013+05:302010-01-20T08:25:16.013+05:30का बाबा ई प्रवचन पढ के जीवन कृतार्थ हुआ , मुदा ई ब...<i> <b> का बाबा ई प्रवचन पढ के जीवन कृतार्थ हुआ , मुदा ई बीच बीच में व्यवधान टाईप का उत्पन्न हो रहा था ,अईसा लग रहा था कोई बच्चा जबरिया कहीं जाने ले जाने को कह रहा है , एक बार देख लिया जाए , अब इहे सब रह गया है का करने को , वाया टीप पोस्ट तक पहुंचने का जोगाड लग रहा है भाई, आश्रम में सबका स्वागत है , शंका हेतु .....लघु शंका हेतु नहीं , अरे हमारा मतलब है जीवन से जुडे बडे बडे रहस्यों को ही पूछा जाए बाबा से , जैसे ब्लोग्गिंग में मौज से बडा रहस्य कोई नहीं ,आज आप खोल दिए , जय हो बाबा की </b> </i><br /><a href="http://www.google.com/profiles/ajaykumarjha1973#about" rel="nofollow"> अजय कुमार झा </a>अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-33978038315648952092010-01-20T08:24:11.744+05:302010-01-20T08:24:11.744+05:30... हुण मौजां ही मौजां... हुण मौजां ही मौजांAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-17493535307583860832010-01-20T04:03:14.771+05:302010-01-20T04:03:14.771+05:30गलत दिशा में मौज लेने वालों को अच्छे उपदेश मिल गए ...गलत दिशा में मौज लेने वालों को अच्छे उपदेश मिल गए ...बहुत जरुरत थी ..वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-57217149377480712042010-01-20T01:58:46.293+05:302010-01-20T01:58:46.293+05:30जय हो महाराज..!!
हम बहुत कृतार्थ हुई हूँ...बोली-ब...जय हो महाराज..!!<br />हम बहुत कृतार्थ हुई हूँ...बोली-बचन सुन के...!!स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-28577392156422302042010-01-20T00:37:11.866+05:302010-01-20T00:37:11.866+05:30परभू.... हम धन्य हो गया हूँ.... आसीरवाद.... दीजिये...परभू.... हम धन्य हो गया हूँ.... आसीरवाद.... दीजिये.....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-6297838694089582482010-01-19T23:59:18.221+05:302010-01-19T23:59:18.221+05:30बम बमम बम लहरी, बम लहरी...
मौज पर बाबाओं की फौज भा...बम बमम बम लहरी, बम लहरी...<br />मौज पर बाबाओं की फौज भारी...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-80182850176925909362010-01-19T22:41:53.152+05:302010-01-19T22:41:53.152+05:30छूट गयी थी यह पोस्ट अबतक .. धन्य हुए पढकर !!छूट गयी थी यह पोस्ट अबतक .. धन्य हुए पढकर !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-30779303064938957492010-01-19T21:35:52.847+05:302010-01-19T21:35:52.847+05:30जय तो बाबा ताऊ आनंद की
शायद अमर्यादित मौज लेने व...जय तो बाबा ताऊ आनंद की<br /><br />शायद अमर्यादित मौज लेने वालों को सद बुद्दी आ जाये और वे अपना जीवन नरक बनाने से बचा ले |<br />बहुत ज्ञान वर्धक प्रवचन |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-81177430277278616062010-01-19T21:26:07.939+05:302010-01-19T21:26:07.939+05:30ये जो अराजकता ब्लॉग जगत में फैल रही है . लोग अपने ...ये जो अराजकता ब्लॉग जगत में फैल रही है . लोग अपने मू मिया मिट्ठू , टाँग खीचने इत्यादि में सलगना हैं इसका कोई निवारण है .डॉ महेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-83413503721194385602010-01-19T21:22:35.756+05:302010-01-19T21:22:35.756+05:30धन्य हुए महाराज्!!
मियाँ मुरारी लाल, ललित शर्मा जी...धन्य हुए महाराज्!!<br />मियाँ मुरारी लाल, ललित शर्मा जी और गौदियाल जी...ये तीनो पुरूषों की जमात छोडकर औरतों के बीच बैठे हुए हैं । कमाल है! :)Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-29182185554866772882010-01-19T21:10:38.970+05:302010-01-19T21:10:38.970+05:30जय हो ताऊनंद जी महराज!
आपने मौज लेने से होने वाले ...जय हो ताऊनंद जी महराज!<br />आपने मौज लेने से होने वाले नुकसान का द्वापर से लेकर कलयुग तक का वर्णन किया सादर धन्यवाद !<br />यदि और भी कुछ किस्से मौज और उससे सम्बंधित हो तो भक्तो को बताने का कष्ट करे बडी क्रिपा होगी !<br />आज बालक/बालिकाओ के प्रश्नो का समाधान करके आपने बडा पुण्य का काम किया !Mishra Pankajhttps://www.blogger.com/profile/02489400087086893339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-4025689709003619252010-01-19T20:33:53.517+05:302010-01-19T20:33:53.517+05:30रचना जी
जिसे आप विरोध परिभाषित कर रही हैं, वह दरअ...रचना जी<br /><br />जिसे आप विरोध परिभाषित कर रही हैं, वह दरअसल मार्गदर्शन है और वो ही साधु संतों का कार्य है. भ्रमित लोगों को सही मार्ग दिखाना उनके द्वारा लिए जा रहे मार्ग का विरोध नहीं, उन्हें अच्छे और बुरे का ज्ञान देना है. फिर भी भक्त स्वतंत्र होता है कि वो साशु संतो की बात मान जीवन सुखद बना ले या फिर अपने मन की करते गर्त में चला जाये.<br /><br />आशा है बात स्पष्ट कर पाया.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-45098134489113288962010-01-19T20:22:43.226+05:302010-01-19T20:22:43.226+05:30वाह मौज लेने का पूरा इतिहास भूगोल हैं यहाँ तो -युद...वाह मौज लेने का पूरा इतिहास भूगोल हैं यहाँ तो -युदुवंशियों के नाश और मौज की कथा का sambndh सचमुच रोचक hai-<br /><br />magar ye maidam kyaa bol rahee हैं ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-58621717221171270252010-01-19T20:18:33.664+05:302010-01-19T20:18:33.664+05:30सादर प्रणाम समीर जी
बहुत भ्रांती हैं ये जो आपने लि...सादर प्रणाम समीर जी<br />बहुत भ्रांती हैं ये जो आपने लिखा साधू संत किसी के विरोधी नहीं होते । साधू और संत दोनों ही समाज कि प्रचलित विचार धारा के विरोध मे चलते हैं और इसीलिये वो उस धारा से हट कर नये आयाम बनाते हैं । हाँ वो विध्वंसकारी नहीं होते लेकिन हर साधू संत अपने समय मे मुख्य धारा का विरोधी ही रहा हैं । संधू और संत ही समाज मे बदलाव लाते हैं पर उनका विरोध ये करता हैं । विध्वंस और विरोध मे अंतर करना एक साधू को आता हैं<br />क्या अब मेरे प्रश्नों का समाधान मिलेगा आप दोनों संतो से??Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-21895314637193125932010-01-19T19:23:50.911+05:302010-01-19T19:23:50.911+05:30जय हो श्री श्री १००८ बाबा समीरानन्द जी महाराज की, ...जय हो श्री श्री १००८ बाबा समीरानन्द जी महाराज की, जय हो बाबा ताऊआनन्द महाराज की!...रामकृष्ण गौतमhttps://www.blogger.com/profile/00472122414824979028noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-5242428566324779962010-01-19T18:24:27.656+05:302010-01-19T18:24:27.656+05:30जय हो बाबा ताऊआनन्द महाराज की. बहुत बढ़िया प्रवचन र...जय हो बाबा ताऊआनन्द महाराज की. बहुत बढ़िया प्रवचन रहा ललित जी की जिज्ञासा निवारण के लिए. <br /><br />रचना जी किन बच्चों कें विषय में बात कर रहीं हैं, जरा पता करियेगा.<br /><br />साधु सन्त किसी के विरोधी नहीं होते. वो तो जीवन जीने का मार्ग बताते हैं. <br /><br /><br />जय हो!! जय हो!! जय हो!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-61709041015665340882010-01-19T18:23:32.553+05:302010-01-19T18:23:32.553+05:30मर्यादित ढ़ंग से ... बाबा की जय हो।मर्यादित ढ़ंग से ... बाबा की जय हो।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-24899151563085678132010-01-19T17:18:53.881+05:302010-01-19T17:18:53.881+05:30बातो को इतना घुमा फिरा कर कहने से बेहतर होता हैं क...बातो को इतना घुमा फिरा कर कहने से बेहतर होता हैं कि हम जो भी कहना चाहते / जहाँ अपना विरोध दर्ज करना चाहते हैं खुल कर करे । हिंदी ब्लोगिंग मे "मौज " शब्द से सब परचित हैं और सबको हां हां ही ही करना ही अच्छा लगता हैं । और अब पतन इतना हो गया हैं कि आपसी रंजिशो के निपटारे हमारे बच्चो के कंधो पर होते बन्दूक रख कर गोली चलाने से होते हैं । इसी संस्कृति और सभ्यता को लेकर हम आगे जा रहे हैं और वो भी हिंदी मे । कहीं कोई आवाज क्यूँ नहीं उठ रही कि बच्चो को आपसी भेद भाव से दूर रखो और उनको रिश्तो से परिपूर्ण रखो । इतने लम्बे लम्बे आख्यान के बाद अगर आप दोनों साधू संतो को समय मिल जाए तो मेरे प्रश्न का भी उत्तर दे दे ।<br />हो सकता हैं आप विषय मे अज्ञानता दिखाए तो मे बड़ी विनम्रता से आप का ध्यान मसिजीवी ब्लॉग पर आये चिटठा चर्चा सम्बंधित पोस्ट पर ले जाना चाहुगी<br />सादर प्रणाम स्वीकारे पर कुछ बोले विषयगत और सीधा सरल बिना मौज लियेAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4958358320150218053.post-19325440313007733072010-01-19T15:23:56.942+05:302010-01-19T15:23:56.942+05:30जय हो महाराज,
आपने एक बालक की जिज्ञासा शांत करने ...जय हो महाराज, <br />आपने एक बालक की जिज्ञासा शांत करने का पुण्य कार्य किया, कोटि-कोटि नमन्।ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.com